tag:blogger.com,1999:blog-7793152972586917066.post5344130961382700496..comments2023-11-25T00:59:00.677+14:00Comments on चौराहा: वो तेरे प्यार का गम...चण्डीदत्त शुक्ल-8824696345http://www.blogger.com/profile/07464479436953603553noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-7793152972586917066.post-45037191119347930682011-08-08T09:26:23.184+14:002011-08-08T09:26:23.184+14:00आदरणीय चण्डीदत्त शुक्ल जी
सादर अभिवादन !
...<b><i>आदरणीय चण्डीदत्त शुक्ल जी </i></b> <br />सादर अभिवादन !<br /><b> </b> <br /><b>दान सिंह जी को मेरी ओर से भी श्रद्धा-सुमन<br />सहित भावांजलि ! </b> <br /><br />आपने बहुत शुद्ध मन से लिखा है … और उन्हें याद किया जो इस बेवफ़ा संसार में इंसाफ़ नहीं पा सके …<br /><br />मेरी ओर से भी <b> महेश सिद्धार्थ, कॉमरेड फागूराम और बिरजू चाचा</b> की स्मृतियों को नमन ! <br />अच्छी प्रविष्टि के लिए आभार ! बधाई ! मंगलकामनाएं !<br /><br /><b><a href="http://shabdswarrang.blogspot.com/" rel="nofollow"> मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाओ के साथ <br /></a></b> <br />-राजेन्द्र स्वर्णकारRajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7793152972586917066.post-58660619381457660972011-08-06T20:37:03.149+14:002011-08-06T20:37:03.149+14:00वो तेरे प्यार का गम एक बहाना था सनम
अपनी किस्मत ही...वो तेरे प्यार का गम एक बहाना था सनम<br />अपनी किस्मत ही कुछ ऐसी थी कि दिल टूट गया<br /><br />कौन भूल सकता है मुकेश साहब की आवाज में यह गीत...<br />श्रद्धांजलि...वीना श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09586067958061417939noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7793152972586917066.post-24637912474784977232011-07-04T23:01:05.871+14:002011-07-04T23:01:05.871+14:00ये तेरे प्यार का गम...बहुत कशिश है इस गीत में.ऐसे ...ये तेरे प्यार का गम...बहुत कशिश है इस गीत में.ऐसे महान संगीत कार को नमन और विन्रम श्रधांजलि.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.com