कौन-सी थी वो ज़ुबान / जो तुम्हारे कंधे उचकाते ही / बन जाती थी / मेरी भाषा / अब क्यों नहीं खुलती / होंठों की सिलाई / कितने ही रटे गए ग्रंथ / नहीं उचार पाते / सिर्फ तीन शब्द

मुसाफ़िर...

Sunday, May 23, 2010

दिल्‍ली हिन्‍दी ब्‍लॉगर ‍ मिलन



इंटरनेशनल दिल्‍ली हिन्‍दी ब्‍लॉगर ‍मिलन, रविवार २३ मई को सांय 3 बजे से 6 तक...इसे व्‍यक्तिगत बुलावे की मान्‍यता प्रदान करें।


यह सिर्फ सूचना है। जिसमें ब्‍लॉगर समुदाय के सभी सक्रिय, निष्क्रिय, टंकी धारक, बेटंकी ब्‍लॉगर सभी आमंत्रित हैं। पूर्ण विवरण के लिए नुक्‍कड़ की पोस्‍टें देखते रहिये। अपनी संभावना बतलाते रहिए। यह एक ऐतिहासिक अवसर होगा। इस आयोजन के संबंध में अभी निर्णय लिया गया है। जिसमें सर्वश्री/सुश्री संगीता पुरी, ललित शर्मा, खुशदीप सहगल, एम. वर्मा, मयंक सक्‍सेना, पवन चंदन, जयकुमार झा, उपदेश सक्‍सेना, लिमटी खरे, महफूज अली, प्रशांत, डॉ. टी. एस. दराल, कनिष्‍क कश्‍यप, राजीव तनेजा, संजू तनेजा, शशि सिंहल और ऐसे बहुत सारे ब्‍लॉगर शामिल हो रहे हैं जिनसे आप मिलने के इच्‍छुक हैं और वे आपसे। दोनों तरफ जो आग बराबर की लगी हुई है। उस आग को ब्‍लॉगर और ब्‍लॉगिंग हित में कैसे उपयोग में लाया जाए। इस पर सार्थक विचार विमर्श होगा। 

इस बैठक में आप पहली बार कुमार जलजला जी से रूबरू होंगे। एक भले दिल के, अच्‍छी सोच के मालिक हैं। अच्‍छाईयों के जल से सराबोर, बुराईयों को जलाते हैं इसलिए जलजला कहलाते हैं। महफूज भाई से मिलने के लिए सभी बेताब हैं और उतने ही बेताब महफूज भाई भी हैं। इस बार उनकी ट्रेन नहीं छूटने दी जाएगी। इस संबंध में रेलवे के उच्‍चाधिकारियों से संपर्क साधा जा रहा है। कुछ ब्‍लॉगर इस कार्य पर लगा दिए गए हैं। संभावित पधारने वालों में हरदिल अजीज श्री बी एस पाबला जी हैं। 

स्‍थान : जाट धर्मशाला

नांगलोई मेट्रो स्‍टेशन के पास, दिल्‍ली 

समय : सांय 3 बजे से 6 बजे तक

यह सिर्फ सूचना है। इस मिलन समारोह में जिन विषयों पर चर्चा की जाएगी और निर्णय के लिए प्रस्‍ताव पेश किए जाएंगे। उनका विवरण कल आप एक अलग पोस्‍ट में पायेंगे। तब तक आप भी टिप्‍पणी में अपनी राय दे सकते हैं। इस सूचना को दिल्‍लीवासी ब्‍लॉगर अवश्‍य ध्‍यान से पढ़ें और अपनी और मित्रों की उपस्थिति के लिए भरसक प्रयास करें। दोबारा जल्‍दी से ऐसा अवसर नहीं मिलेगा। और भी ऐसे विशेष आकर्षणों की सूचना आपको कल दी जाएगी और जो ब्‍लॉगर इस मिलन में शामिल होंगे। वे आपको बतलायेंगे। पर आप भी बतलाने वालों में शामिल हो सकते हैं। अभी बहुत घंटे बाकी हैं। आप इस कार्यक्रम में अवश्‍य भाग लेना चाहेंगे। आप सबका मन से स्‍वागत है। इस सूचना को सबसे साझा करें...


10 comments:

अविनाश वाचस्पति said...

हिन्‍दी ब्‍लॉगिंग के सार्थकता की ओर बढ़ते दमदार कदम।

honesty project democracy said...

जरूर आयेंगे जी ,नहीं बुलाते फिर भी आते यह सिर्फ ब्लॉग और ब्लोगिंग ही नहीं बल्कि देश व समाज के भलाई के ओर भी सार्थक कदम है / आशा है हमलोग आपसी मतभेद को भूल कर देश,समाज और इंसानियत के लिए एकजुट होकर निडरता से प्रयास कर सकेंगे /

Amit Srivastava said...

ये प्रसन्नता का विषय है कि दिल्ली में इंटरनेशनल ब्लॉगर मिलन हो रहा है इसके लिए सभी जनों केा बधाई. लेकिन मै आप सबको एक बहंत महत्वपूर्ण जानकारी देना चाह रहा हू कि वहां पे ऐसा ब्लागर भी आ रहा है जिसपर गोरखपुर की कचेहरी कोतवाली में मर्डर की रिपोर्ट दर्ज है. वह बलागर अपने घर से भागा भागा फिर रहा है इसलिए आप लोग कृपया सावधन रहे क्योंकि पुलिस वहां पे भी पहुच सकती है. हैप्पी ब्लागिंग.

Satish Chandra Satyarthi said...

waise jaankaaree pahle hee mil gayi thi aninaash sir se.. dubaara yaad dilane ke liye dhanyawaad.
jarur koshish karunga aane ki.

अविनाश वाचस्पति said...

जब एक कलाकार कोशिश करता है कि कला संवर जाए तो कला संवर जाती है इसलिए 2 के साथ 2 ही सुंदर लग रहा था। इसलिए वही लगा दिया गया था और तारीख हो गई 22

कला खत्‍म हो गई तारीख हो गई 23
पर इंसान से ही होती हैं गलतियां
हमने मान भी ली और सुधार भी दी
आप तो हमारे भावों को समझिए।

Kumar Jaljala said...

दिल्ली के ब्लागर इंटरनेशनल मिलन समारोह में भाग लेने के लिए पहुंचने वाले सभी ब्लागर साथियों को कुमार जलजला का नमस्कार. मित्रों यह सम्मेलन हर हाल में यादगार रहे इस बात की कोशिश जरूर करिएगा। यह तभी संभव है जब आप सभी इस सम्मेलन में विनाशकारी ताकतों के खिलाफ लड़ने के लिए शपथ लें। जलजला भी आप सभी का शुभचिन्तक है और हिन्दी ब्लागिंग को तथाकथित मठाधीशों से मुक्त कराने के एकल प्रयास में जुटा हुआ है. पिछले दिनों एक प्रतियोगिता की बात मैंने सिर्फ इसलिए की थी ताकि लोगों का ध्यान दूसरी तरफ भी जा सकें. झगड़ों को खत्म करने के लिए मुझे यही जरूरी लगा. मेरे इस कृत्य से जिन्हे दुख पहुंचा हो उनसे मैं पहले ही क्षमायाचना कर चुका हूं. हां एक बात और बताना चाहता हूं कि थोड़े से खर्च में प्रतियोगिता के लिए आप सभी हामी भर देते तो भी आयोजन करके इस बात की खुशी होती कि चलो झगड़े खत्म हुए. मैं कल के ब्लागर सम्मेलन में हर हाल में मौजूद रहूंगा लेकिन यह मेरा दावा है कि कोई मुझे पहचान नहीं पाएगा.
आप सभी एक दूसरे का परिचय प्राप्त कर लेंगे फिर भी मेरा परिचय प्राप्त नहीं कर पाएंगे. यह तय है कि मैं मौजूद रहूंगा. आपकी सुविधा के लिए बताना चाहता हूं कि मैं लाल रंग की टी शर्ट पहनकर आऊंगा..( बाकी आप ताड़ते रहिएगा.. सब कुछ अभी बता दूंगा तो मजा किरकिरा हो जाएगा .बाकी अविनाशजी मुझे पहचानते हैं लेकिन मैंने उनसे निवेदन किया है कि जब तक सब न पहचान ले तब तक मेरी पहचान को सार्वजनिक मत करिएगा.
आप सभी को शुभकामनाएं. अग्रिम बधाई.

संजय भास्‍कर said...

ये प्रसन्नता का विषय है कि दिल्ली में इंटरनेशनल ब्लॉगर मिलन हो रहा है

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

ब्लॉगर मीट की सफलता हेतु शुभकामनाएँ!

Khushdeep Sehgal said...

@कुमार जलजला
यार तुम्हारी हरकतों से तो उस ब्लॉगर की याद आ गई जो आईपीएल के पहले एडीशन में कोलकाता नाइटराइडर्स की अंदर की बातें ब्लॉग पर लिखता था...सब सोचते रहे वो ब्लॉगर कौन सा खिलाड़ी है, लेकिन उसकी पहचान आखिर तक नहीं खुल पाई...इसी तरह अब तुम कह रहे हो कि कल तुम ब्लॉगर्स मीट में मौजूद रहोगे...लेकिन तुम्हे कोई पहचान नहीं पाएगा...ये बात कह कर तुमने मेरे सामने एक धर्मसंकट पैदा कर दिया है...इस तरह तो ब्लॉगर्स मीट में जो जो ब्लॉगर्स भी पहुंचेंगे, उन सब पर ही शक किया जाने लगेगा कि उनमें से ही कोई एक कुमार जलजला है...मान लीजिए पच्चीस-तीस ब्लॉगर्स पहुंचते हैं...वैसे ब्लॉगवुड में इस वक्त पंद्रह से बीस हज़ार ब्ल़ॉगर्स बताए जाते हैं...यानि इन पंद्रह से बीस हज़ार से घटकर कुमार जलजला होने की शक की सुई सिर्फ पच्चीस-तीस ब्लॉगर्स पर आ जाएगी...तो क्या तुम इस तरह कल की मीटिंग में मौजूद रहने वाले दूसरे ब्लॉगर्स के साथ अन्याय नहीं करोगे...अविनाश वाचस्पति भाई से भी कहूंगा कि इस विरोधाभास को दूर किया जाए, अन्यथा पूरे ब्लॉगवुड में गलत संदेश दिया जाएगा...

जय हिंद..

Udan Tashtari said...

अपना फोन नम्बर हमें भेज देते ईमेल से तो फोन से शामिल हो लेते. :)