कौन-सी थी वो ज़ुबान / जो तुम्हारे कंधे उचकाते ही / बन जाती थी / मेरी भाषा / अब क्यों नहीं खुलती / होंठों की सिलाई / कितने ही रटे गए ग्रंथ / नहीं उचार पाते / सिर्फ तीन शब्द
मुसाफ़िर...
Saturday, October 17, 2009
दीवाली पर दिल-से
और मौका-ए-दीवाली की रात...कुछ हलका-फुलका. घर से दूर हूं, घरवाले-वालियां भी पास नहीं हैं...पर वो हैं, हमदम, जिनके दम पर बचा है हमारा दम...! अब `गेस' करने में समय खर्च ना कीजिए...इन फुलके जैसी लाइनों का मज़ा लीजिए...।
मुबारक हो ये दीवाली....
हर तरफ हो मिठास, भरे खुशियों की प्याली
अब लबालब दिखे घर में चांदी की थाली
चहकें भाई बहन सब, अम्मा-पापा के संग
महकें सजनी-सजन, खुश हों जीजा और साली
मन में फूटें धमाधम हंसी के पटाखे
गम का निकले दीवाला, मने यूं दीवाली
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दीवाली पर खुशियां छाएं
बिछड़े मीत जो, घर को आएं
छोड़ पटाखे, दीए जलाएं
आओ हम सब नाचें, गाएं
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दीए जलते हैं रोशनी के लिए
चांद चमके गगन, चांदनी के लिए
फ़िक्र है बहुत ज़िंदगी में अभी
आओ हंस लें इस दीवाली के लिए
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7 comments:
हमारे भी दिल से:
सुख औ’ समृद्धि आपके अंगना झिलमिलाएँ,
दीपक अमन के चारों दिशाओं में जगमगाएँ
खुशियाँ आपके द्वार पर आकर खुशी मनाएँ..
दीपावली पर्व की आपको ढेरों मंगलकामनाएँ!
-समीर लाल ’समीर’
दिवाली की हार्दिक ढेरो शुभकामनाओ के साथ, आपका भविष्य उज्जवल हो और प्रकाशमान हो .
दिल से दिल तक
वाचस्पति से शुक्ल तक
उजाला चला
सारे जाले सिमट गए
अंधेरे विकट कट गए।
आपको भी दीपावली की हार्दिक शुभकामनांए.
सुंदर गीत रच डाला !!
पल पल सुनहरे फूल खिले , कभी न हो कांटों का सामना !
जिंदगी आपकी खुशियों से भरी रहे , दीपावली पर हमारी यही शुभकामना !!
सुख, समृद्धि और शान्ति का आगमन हो
जीवन प्रकाश से आलोकित हो !
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दीपावली की हार्दिक शुभकामनाए
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आज सुबह 9 बजे हमारे सहवर्ती हिन्दी ब्लोग
मुम्बई-टाईगर
पर दिपावली के शुभ अवसर पर ताऊ से
सिद्धी बातचीत प्रसारित हो रही है। पढना ना भूले।
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दीपावली की हार्दिक शुभकामनाए
हे! प्रभु यह तेरापन्थ
मुम्बई-टाईगर
द फोटू गैलेरी
महाप्रेम
माई ब्लोग
SELECTION & COLLECTION
देर के लिये क्षमा चाहता हूँ । शुभकामनायें
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